भारत की वायुसेना (IAF) दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है, लेकिन यह 31 फाइटर स्क्वाड्रन के साथ न्यूनतम जरूरत (42 स्क्वाड्रन) से पीछे है. पड़ोसी देशों, विशेष रूप से चीन और पाकिस्तान की बढ़ती सैन्य ताकत और उनके 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स ने भारत के लिए एक नई चुनौती खड़ी की है.
भारत का स्वदेशी एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) 2035 तक तैयार होगा, लेकिन तब तक क्षेत्रीय हवाई श्रेष्ठता बनाए रखने के लिए 5वीं पीढ़ी के जेट्स जरूरी हैं. ये स्टोरी बताएगी कि भारत को इन जेट्स की जरूरत क्यों है? ये मौजूदा जेट्स से कैसे अलग हैं? और हाल के तथ्य क्या कहते हैं?
यह भी पढ़ें: PAK में तबाही का इससे बड़ा सबूत नहीं मिलेगा! नूर खान और मुरीद एयरबेस में पहले और अब की सैटेलाइट इमेज देख लीजिए
यह भी पढ़ें: , "हवा से 36, जमीन से 126 और समंदर से दगने वाले 8 परमाणु हथियार हैं PAK के पास... पूरी दुनिया के लिए खतरा
5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स क्या हैं?
5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स सबसे उन्नत लड़ाकू विमान हैं, जो स्टील्थ, सुपरक्रूज, और डिजिटल तकनीकों से लैस होते हैं। इनकी प्रमुख विशेषताएं हैं...
भारत को 5वीं पीढ़ी के जेट्स की जरूरत क्यों?
भारत को इन जेट्स की जरूरत कई रणनीतिक और तकनीकी कारणों से है...
क्षेत्रीय खतरे
चीन: पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) के पास 250+ J-20 स्टील्थ जेट्स हैं. J-35 जैसे नए जेट्स विकसित हो रहे हैं. 2020 के लद्दाख गतिरोध ने दिखाया कि चीन की हवाई ताकत भारत के लिए खतरा है.
पाकिस्तान: पाकिस्तान 2029 तक चीन से 40 J-35 जेट्स हासिल करने की योजना बना रहा है. वह तुर्की के TF Kaan प्रोजेक्ट में भी शामिल है.
ऑपरेशन सिंदूर (2025): हाल के भारत-पाक तनाव में IAF के राफेल और Su-30MKI ने पाकिस्तानी F-16 को हराया, लेकिन स्टील्थ जेट्स के बिना भविष्य में हवाई श्रेष्ठता जोखिम में होगी.
यह भी पढ़ें: विदेशी हथियार, स्वदेशी तकनीक और PAK के अंदर तक मार... यूरोपियन थिंक टैंक ने समझाया भारत कैसे पड़ा भारी
IAF की कमजोर स्थिति
IAF के पास 31 स्क्वाड्रन हैं, जबकि 42 चाहिए. MiG-21, MiG-23 और MiG-27 जैसे पुराने जेट्स रिटायर हो चुके हैं. 83 तेजस Mk1A की डिलीवरी में GE F404 इंजन की कमी से देरी हुई. तेजस Mk2 और MRFA प्रोजेक्ट भी समय पर पूरा होना मुश्किल है. 2035 तक IAF केवल 35-36 स्क्वाड्रन तक पहुंच सकती है, जो अभी भी अपर्याप्त है।
तकनीकी पिछड़ापन
दुनिया की प्रमुख वायुसेनाएं (अमेरिका, रूस, चीन) 5वीं पीढ़ी के जेट्स तैनात कर चुकी हैं. कुछ देश (जैसे जापान, ब्रिटेन) 6वीं पीढ़ी पर काम कर रहे हैं. भारत का AMCA 2035 तक तैयार होगा, लेकिन तब तक 6वीं पीढ़ी के जेट्स सामने आ सकते हैं, जिससे भारत एक पीढ़ी पीछे रहेगा.
रणनीतिक स्वायत्तता
5वीं पीढ़ी के जेट्स भारत को क्षेत्रीय शक्ति संतुलन में बढ़त देंगे. AMCA जैसे स्वदेशी जेट्स मेक इन इंडिया को बढ़ावा देंगे. अंतरिम रूप से F-35 या Su-57 जैसे जेट्स खरीदने से तत्काल जरूरत पूरी हो सकती है.
आधुनिक युद्ध की जरूरतें
आधुनिक युद्ध में स्टील्थ, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और डेटा फ्यूजन महत्वपूर्ण हैं. 4वीं पीढ़ी के जेट्स (जैसे तेजस) इनमें पीछे हैं. 5वीं पीढ़ी के जेट्स AWACS जैसे बड़े विमानों की जगह ले सकते हैं, क्योंकि इनके सेंसर ज्यादा शक्तिशाली हैं.
यह भी पढ़ें: जंगी तैयारी में आत्मनिर्भरता की ओर भारत का बड़ा कदम, 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट पर प्लान को मिली मंजूरी
मौजूदा जेट्स से 5वीं पीढ़ी के जेट्स का अंतर
भारत के पास 4वीं और 4.5वीं पीढ़ी के जेट्स जैसे सुखोई Su-30MKI, राफेल, मिराज 2000 और तेजस Mk1/Mk1A हैं. ये जेट्स शक्तिशाली हैं, लेकिन 5वीं पीढ़ी के जेट्स से कई मायनों में अलग हैं...
स्टील्थ क्षमता
सुपरक्रूज
सेंसर और डेटा फ्यूजन
नेटवर्किंग और AI
मिशन क्षमता
भारत का AMCA प्रोजेक्ट
भारत का एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर है, जिसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) विकसित कर रहे हैं.
विशेषताएं
25 टन वजन, ट्विन-इंजन, सिंगल-सीट. 1,500 किग्रा आंतरिक हथियार बे (4 लंबी दूरी की मिसाइलें और प्रेसिजन मुनिशन). 6.5 टन आंतरिक ईंधन, 3,200 किमी रेंज. सुपरक्रूज, AI-आधारित सिस्टम और मेटा-मटेरियल स्टील्थ.
प्रगति... 2023 में 1.8 बिलियन डॉलर मंजूर. 2025 में प्रोटोटाइप डेवलपमेंट शुरू. पहली उड़ान 2028 तक, उत्पादन 2035 से. IAF को 7 स्क्वाड्रन (126 जेट्स) चाहिए.
यह भी पढ़ें: PAK-चीन में मचेगी खलबली... DRDO करने जा रहा है सबसे खतरनाक रॉकेट लॉन्चर की टेस्टिंग
चुनौतियां... स्टील्थ मटेरियल, उन्नत इंजन और एवियोनिक्स में स्वदेशी क्षमता की कमी. GE F414 इंजन (98 kN) का उपयोग, लेकिन AMCA Mk2 के लिए 110 kN इंजन की जरूरत.
अंतरिम समाधान: F-35 या Su-57?
AMCA के तैयार होने तक भारत को अंतरिम 5वीं पीढ़ी के जेट्स की जरूरत है. दो विकल्प हैं...
लॉकहीड मार्टिन F-35 लाइटनिंग II
सुखोई Su-57 फेलन
हाल के तथ्य और आंकड़े