क्या आपने कभी अपने प्यारे डॉगी को सोते वक्त अजीब हरकतें करते देखा है? कभी उनके पैर हवा में चलते हैं तो कभी वो हल्का-सा भौंकने या सिसकने की आवाज निकालते हैं. अगर हां, तो ऐसे में वो सपने देख रहा होता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि कुत्ते भी इंसानों की तरह सपने देखते हैं और उनके सपनों में उनकी फेवरेट चीजें खाना, खिलौने, दौड़ना और सबसे खास आप यानी उनके मालिक शामिल होते हैं. आइए, कुत्तों की इस सपनों की दुनिया में एक झलक डालते हैं और जानते हैं कि आखिर उनके दिमाग में क्या चलता है जब वो गहरी नींद में होते हैं.
कुत्ते भी देखते हैं सपने, साइंस देता है सबूत
वैज्ञानिकों के मुताबिक कुत्ते रैपिड आई मूवमेंट (REM) स्लीप के दौरान सपने देखते हैं. यह वही स्टेज है जिसमें इंसान भी अपने सबसे रंगीन और यादगार सपने देखते हैं. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की डिर्ड्रे बैरेट ने डिस्कवरी मैग्जीन को बताया कि REM स्लीप सभी स्तनधारी प्रजातियों (मैमल्स) में एक जैसी दिखती है. इसका मतलब है कि चूहे से लेकर हाथी तक और कुत्तों से लेकर बिल्लियों तक सभी सपने देख सकते हैं. हालांकि, व्हेल और डॉल्फिन जैसी प्रजातियां जो आधा दिमाग जागता हुआ रखती हैं, शायद सपने न देखें.
2001 में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के न्यूरोसाइंटिस्ट मैथ्यू विल्सन ने चूहों पर एक रिसर्च की थी. उन्होंने चूहों के दिमाग की गतिविधि को तब मॉनिटर किया जब वो एक भूलभुलैया में दौड़ रहे थे. फिर जब ये चूहे सो गए और REM स्लीप में गए तो उनके दिमाग में वही पैटर्न दिखे जो भूलभुलैया में दौड़ते वक्त थे. यानी चूहे अपने जागने के अनुभव को सपनों में दोहरा रहे थे. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह प्रक्रिया यादों को मजबूत करने और सीखने में मदद करती है.
कुत्तों के सपनों में क्या होता है?
चूंकि कुत्ते हमें अपने सपने नहीं बता सकते, इसमें वैज्ञानिक एक थ्योरी पर भरोसा करते हैं, जिसे 'कंटिन्यूटी हाइपोथेसिस' कहते हैं. इसके मुताबिक सपने हमारी जागती जिंदगी से बनते हैं. यानी हम वही सपने देखते हैं, जिन चीजों पर हमारा ध्यान दिन में रहता है. कुत्तों के लिए ये चीजें उनके खिलौने, खाना, दौड़ना, गिलहरी का पीछा करना और सबसे ज्यादा, उनके मालिक यानी आप को देखते हैं. डिर्ड्रे बैरेट कहती हैं कि कुत्तों की जिंदगी में उनके मालिक सबसे अहम होते हैं. हो सकता है वो सपने में आपके साथ खेलने, आपकी तारीफ पाने या ये सोचने का सपना देख रहे हों कि क्या आप उन्हें अच्छा कुत्ता मानते हैं. वैसे इंसानों की तरह कुत्तों के सपने भी हकीकत से अलग हो सकते हैं. शायद वो अपने फेवरेट खिलौने को किसी अजीब जगह पर देखें या आपके साथ खेलते वक्त कुछ अनोखा अनुभव करें.
बिल्लियों पर रिसर्च से मिला सबूत
बता दें कि 1950 के दशक में फ्रेंच न्यूरोसाइंटिस्ट मिशेल जौवे ने बिल्लियों पर एक रिसर्च की जो कुत्तों के सपनों को समझने में मदद करती है. उन्होंने बिल्लियों के ब्रेनस्टेम के एक हिस्से, पॉन्स को हटाया जो REM स्लीप के दौरान मसल्स को कंट्रोल करता है. नतीजा? बिल्लियां सोते वक्त भी हरकत करने लगीं. वो कूदने, शिकार करने और लड़ने की एक्टिंग करने लगीं. बैरेट कहती हैं कि यह साफ है कि बिल्लियां सपने में छोटे जानवरों का पीछा कर रही थीं. चूंकि कुत्ते और बिल्लियां दोनों ही मैमल्स हैं तो यह माना जा सकता है कि कुत्ते भी कुछ ऐसा ही अनुभव करते हैं.
कैसे पता करें कि आपका कुत्ता सपना देख रहा है
बैरेट के मुताबिक सोते वक्त कुत्ते के शरीर में जितनी ज्यादा हरकतें होंगी, उतना पक्का है कि वो सपने में कुछ कर रहा है. लेकिन सावधान, अगर वो सिसक रहा है तो जरूरी नहीं कि वो बुरा सपना देख रहा हो. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि जब तक कुत्ते का जागने के बाद का व्यवहार सामान्य है, चिंता की कोई बात नहीं. उसे जगाने की जरूरत भी नहीं. अगर आपका डॉगी सपने देखते वक्त बहुत ज्यादा परेशान लगे या जागने के बाद अजीब व्यवहार करे तो एक बार वेट से सलाह जरूर लें. वरना, उनके सपनों की इस प्यारी दुनिया को एंजॉय करें शायद वो आपके साथ पार्क में दौड़ने का सपना देख रहे हों.